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Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
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प्रकाशन 1:1-8

प्राक्कथन

मसीह येशु का प्रकाशन, जिसे परमेश्वर ने उन पर इसलिए प्रकट किया कि वह अपने दासों पर उन घटनाओं का प्रकाशन करें जिनका जल्द ही घटित होना तय है. इसे परमेश्वर ने अपने स्वर्गदूत के माध्यम से अपने दास योहन को पहुँचाया. योहन प्रमाणित करते हैं कि वह सब, जो उन्होंने देखा है, परमेश्वर की ओर से दिया गया सन्देश तथा मसीह येशु के साक्षी है. धन्य है वह, जो इस भविष्यवाणी को पढ़ता है तथा वे सब, जो इस भविष्यवाणी को सुनते हैं तथा इसमें लिखी हुई बातों का पालन करते हैं क्योंकि इसके पूरा होने का समय निकट है.

सम्बोधन, नमस्कार तथा स्तुति

योहन की ओर से उन सात कलीसियाओं को, जो आसिया प्रदेश में हैं.

तुम्हें उनकी ओर से अनुग्रह और शान्ति मिले, जो हैं, जो सर्वदा थे और जो आनेवाले हैं और सात आत्माओं की ओर से, जो उनके सिंहासन के सामने हैं तथा मसीह येशु की ओर से, जो विश्वासयोग्य गवाह, मरे हुओं से जी उठनेवालों में पहिलौठे तथा पृथ्वी के राजाओं के हाकिम हैं.

गौरव तथा अधिकार हमेशा-हमेशा उन्हीं का हो, जो हम से प्रेम करते हैं तथा जिन्होंने अपने लहू द्वारा हमें हमारे पापों से छुड़ाया और हमें अपनी प्रजा, अपने परमेश्वर और पिता के सामने याजक होने के लिए चुना. आमेन.

याद रहे:
वह बादलों में आ रहे हैं.
    हर एक आँख उन्हें देखेगी—यहाँ तक कि वे भी,
जिन्होंने उन्हें बेधा था.
    पृथ्वी के सभी मनुष्य उनके लिए विलाप करेंगे.
सच यही है! आमेन.

“सर्वशक्तिमान, जो है, जो हमेशा से था तथा जो आनेवाला है,” प्रभु परमेश्वर का वचन है, “अल्फ़ा और ओमेगा मैं ही हूँ.”

मत्तियाह 22:23-33

मरे हुओं के जी उठने का प्रश्न

(मारक 12:18-27; लूकॉ 20:27-40)

23 उसी समय सदूकी सम्प्रदाय के कुछ लोग, जिनकी यह मान्यता है कि पुनरुत्थान जैसा कुछ नहीं होता, येशु के पास आए और उनसे प्रश्न करने लगे, 24 “गुरुवर, मोशेह की शिक्षा है: यदि कोई पुरुष निःसन्तान हो और उसकी मृत्यु हो जाए तो उसका भाई उसकी पत्नी से विवाह करके अपने भाई के लिए सन्तान उत्पन्न करे. 25 इसी विषय में एक घटना इस प्रकार है: एक परिवार में सात भाई थे. पहले का विवाह हुआ किन्तु उसकी मृत्यु हो गई. इसलिए कि वह निःसन्तान था वह अपनी पत्नी को अपने भाई के लिए छोड़ गया. 26 ऐसा ही दूसरे, तीसरे भाई से ले कर सातवें भाई तक होता रहा. 27 अन्त में उस स्त्री की भी मृत्यु हो गई. 28 अब यह बताइए कि पुनरुत्थान पर वह किसकी पत्नी कहलाएगी? क्योंकि उसका विवाह तो सातों भाइयों से हुआ था.”

29 येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “आप लोग बड़ी भूल कर रहे हैं: आपने न तो पवित्रशास्त्र के लेखों को समझा है और न ही परमेश्वर के सामर्थ्य को. 30 पुनरुत्थान में न तो लोग वैवाहिक अवस्था में होंगे और न ही वहाँ उनके विवाह होंगे. वहाँ तो वे सभी स्वर्गदूतों के समान होंगे. 31 मरे हुओं के जी उठने के विषय में क्या आपने पढ़ा नहीं कि परमेश्वर ने आप से यह कहा था: 32 ‘मैं ही अब्राहाम का परमेश्वर, इसहाक का परमेश्वर तथा याक़ोब का परमेश्वर हूँ’? वह मरे हुओं के नहीं परन्तु जीवितों के परमेश्वर हैं.”

33 भीड़ उनकी शिक्षा को सुन कर चकित थी.

Saral Hindi Bible (SHB)

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