जकर्याह 4
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version
दीपाधार अउ दुइ जइतून क बृच्छ
4 तब ओकर पाछे जउन सरगदूत मोहसे बातन करत रहा, वापिस आएस अउर मोका जगाएस। मोका अइसा लाग जइसा कउनो क नींद जगाया जात ह। 2 उ मोसे पूछेस, “तू का लखत अहा?”
मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ एक ठु ठोस सोना क डीबट लखत हउँ। हुवाँ ओकरे सिरे पइ एक ठु पिआला अहइ। पिआले मँ स सात ठु दीपक अहइँ। इ सबइ दीपक डीबट पइ अहइ अउर उ सबइ नाली क जुड़ा भवा अहइ। 3 अउर दुइ जइतून क पेड़ पिआला क पीछे मँ अहइ एक ठु पिआल दाहिने तरफ अउर दूसरा पियाले क बाये तरफ अहइ।” 4 तब मइँ, उ सरगदूत स जउन पूछेस जउन तोह स बातन करत रहा, “महोदय, एन सबन्क अरथ का अहइ?”
5 तब सरगदूत जउन मोहसे बातन करत रहा जवाब दिहेस, “का तू नाहीं जानत्या कि इ सबइ चिजियन का अहइँ?”
मइँ कहेउँ, “नाहीं, महोदय।”
6 तब उ मोहसे कहेस, “इ यहोवा क सँदेसा जरूब्बाबेल बरे बाटइ: ‘तोहरी सक्ति अउ प्रभुता स मदद नाहीं मिली। वरना तोहका मदद मोरी आतिमा स मिली।’ सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहत ह। 7 उ ऊँचके महान पर्वत, तू का अहइ? जरूब्बाबेल समन्वा तू एक समतल भुइँया क नाईं अहइ। उ मंदिर क बनाई। जब आखिरी पाथर इ पइ रखा जाइ तब लोग नरियाइ उठिहीं, ‘वाह केतॅना सुन्नर, वाह बहोत सुन्नर!”
8 तउ यहोवा वचन मोर लगे आवा, 9 “जरूब्बाबेल क हाथन इ मंदिर क नींव पाथर राखब्या अउर ओकर हाथन इ मन्दिर क पूरा करब्या। हे लोगो तब तू पचे समुझब्या कि सर्वसक्तीमान यहोवा मोका तू लोगन क लगे पठएस ह। 10 जउन कउनो भी जउन उ दिन क मजाक उड़ावत ह जब छोटे स्तर पइ निर्माणकारी कार्य सुरू कीन्ह गवा रहा तउ जब उ पचे जरूब्बाबेल क हाथ मँ समारोह क पाथर जउन कि अन्तिम पाथर होइ तउ आन्दित होइ। इ सात दीपक यहोवा क आँख अहइ। सचमुच भुइँया पइ खोजइ बरे उ पचे आगे पीछे फिरत।”
11 तब मइँ ओहसे कहेउँ, “इ दुइ ठु जइतून क बृच्छ अहइँ। एक दीपाधार क दाईं अउर एक बाईं कइँती अहइ। इ सबइ का अहइँ?” 12 मइँ ओहसे इ भी कहेउँ, “मइँ जइतून क दुइनउँ साखा सोने क रंग क तेल लइ जात, सोना क नलन क सहारे लखेउँ। एन चिजियन क अरथ का अहइ?”
13 तब सरगदूत मोसे कहेस, “का तू नाहीं जानत्या कि एन चिजियन क अरथ का अरथ का बा?”
मइँ कहेउँ, “नाहीं महोदय।”
14 एह बरे उ जवाब दिहेस, “इ दुइ अभिसिक्त कीन्ह भवा मनई क प्रस्तुत करत ह जउन कि समूचइ धरती क सुआमी क बगल मँ खड़ा अहइ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.