होसे 7
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version
7 “जब मइँ आपन लोगन क सज़ा देइ बन्द करब अउर जब मइँ ओनका बन्दी स वापिस लिआउब अउर इस्राएल क चंगा करब।
तब लोग एप्रैम क पाप जान लेइहीं।
अउर हरकोइ सोमरोन मँ लोगन क कीन्ह भवा बुरा कामन क बारे मँ जानइ लेइहीं:
उ पचे लबार देवतन बनाएन, चोरन घरे मँ घुसेन, लुटेरन क दल गलियन मँ लोगन क लुटेन।
2 उ पचे इ नाहीं जान पावत ह कि मइँ ओनकर बुरा कामन क याद रखत हउँ।
ओका बिस्सास नाहीं करत ह कि हर एक चीज जउन उ किहेस
मइँ ओका साफ-साफ लखेत हउँ।
3 उ पचे आपन कुकरमन स आपन राजा क खुस करत हीं।
ओकर लबार ओकरे मुखियन क खुस करत हीं।
4 रोटी पकावइवाला रोटी बरे आटा मढ़त ह।
मुला उ आगी क तब तलक नाहीं दहकावत
जब तक कि गोंधा भवा आटा फूल न जाइ।
मुला इस्राएल क लोग
उ रोटी पकावइवाला क नाईं नाहीं अहइ,
उ पचे आपन उमंग हर समइ दहकावत ह।
5 ओकरे राजा क उत्सव क दिन मँ, राजकुमार दाखरस पिअइ सुरु कइ दिहेस।
राजा ओन लोगन क संग समझौता करत ह
जउन ओकरे संग हँसी-मजाक करत हीं।
6 उ पचे ओकरे लगे आवत ह।
उ पचे ओनकर खिलाफ खुफिया साज़ि रचत ह।
अउर उ तंदूर क नाईं दहकत रहत हीं।
सारी रात ओकर गुस्सा धीरे-धीरे पाकत ह, अउर भिंसार होत होत उ भभकत भवा आगी क नाईं तेज होइ जात ह।
7 उ पचे मूँड़ भभकत भए तन्दूर क जइसा अहइँ;
उ पचे आपन ही मुखियन क नस्ट कइ दिहेन ह।
ओनकर सबइ राजा लोगन्क पतन एक ही तरह स भवा रहा,
मुला ओनमाँ स कउनो भी परमेस्सर क मदद बरे कोहाइ क जतन नाहीं किहे रहेन।”
इस्राएल आपन नास स बेखबर
8 “एप्रैम दूसर जातियन क संग घुल-मिल गएन,
मुला इ अइसा होइ जइसा कि रोटी सिरिफ एक ही तरफ स सेंका गवा ह।
9 बिदेसयन एप्रैम क ताकत निगल गएस ह,
किन्तु उ ओका नाहीं जान पाए।
ओकरे बार भी सफेद होइ लाग,
किन्तु ओका एकर पता नाहीं चला।
10 इस्राएल क आपन क घमंड ही ओह पइ इलज़ाम लगावत ह,
लेकिन फिर भी उ यहोवा आपन परमेस्सर क लगे नाहीं लउट ह।
जदपि इ सबइ बात घटिहीं,
तउ प भी उ यहोवा क नाहीं खोजिहीं।
11 एप्रैम उ भोला कबूतरे क नाई बन गवा अहइ जेकरे लगे कछू भी समुझ नाहीं होत ह।
लोग मिस्र स मदद माँगेन
अउर लोग अस्सूर क सरण मँ गएन।
12 जहाँ कहूँ भी उ जाई,
मइँ ओका आपन जाले मँ फँसाउब
अउर मइँ ओनका अइसे खाले हींच लेबउँ
जइसे अकासे क पंछी हींच लीन्ह जात हीं।
13 ओह प हाय, काहेकि कि उ पचे मोका तजि दिहेस ह।
उ पचे नस्ट होइ काहेकि उ मोर खिलाफ बिद्रोह किहेन ह।
मोका ओनका बचाइ बरे कछू धन दीन्ह जाइ चाही रही अउर ओकर धियान दीन्ह जाइ चाहत रही,
मुला उ पचे मोर बरे झूठ बोलत हीं।
14 उ पचे पराथना मँ कबहुँ मोका पूरा हिरदइ स नाहीं गोहॅरान।
उ पचे आपन बिछउना मँ अनाज अउर दाखरस बरे गोहॅरावत हीं,
अउर उ पचे दूसर देवतन बरे रीतियन क पूरा करत ह तउ आपन सरीर क घायल करत ह।
उ पचे अपने पीठियन क मोर कइँती मोड़ दिहेस हीं।
15 मइँ ओनका अनुसासन दिहे रहेउँ ह अउर ओनकर भुजा बलवान बनाए रहेउँ ह,
मुला उ पचे मोरे विरोध मँ बुरा सड्यंत्र रचेन।
16 उ पचे पूजा बरे झूठे देवन कइँती मुड़ा भवा धनुस क नाई
जउन फेंकइ क पस्चात वापस आवत हीं, क तरह मुड़ गएन ह।
ओनकर मुखिया लोग
आपन ही सक्ति क सेखी बघारत रहेन,
मुला ओनका एक तरवार मउत क घाट उतारा जाइ।
मिस्र मँ हर कोइ ओन पइ हँसिहीं।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.